कमला गोइंका व्यंग्यभूषण सम्मान
अपने गिरेबा में
लघुकथाएँ
कुछ यादें बेतरतीब सी
व्यंग्यश्री 2014
उपन्यास
मंगलवार, 11 मार्च 2014
बाएं से -- श्री यज्ञ शर्मा,श्री त्रिलोकीनाथ चतुर्वेदी,जवाहर चौधरी, प्रो.नामवरसिंह, श्री ज्ञान चतुर्वेदी और श्री शेरजंग गर्ग .
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें